मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ‘मानसखंड मंदिर माला मिशन’ का जो दूरगामी विजन लेकर साथ चले थे, उसका असर अब स्पष्ट रूप से धरातल पर दिखने लगा है। कहा जा सकता है कि सीएम धामी मानसखंड कॉरिडोर की शानदार ब्रांडिंग में सफल रहे हैं। उनके प्रयासों को ऐसे भी देखा जा सकता है कि जब मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को मानसखंड के अंतर्गत आदि कैलाश, गूंजी आदि स्थलों पर आने का न्यौता दिया तो पीएम ने भी सीएम धामी के प्रयासों में बढ़चढ़कर भागीदारी की। प्रधानमंत्री के आदि कैलाश और गूंजी के भ्रमण के बाद उत्तराखंड के यह अनछुए ऐतिहासिक स्थल पूरी दुनिया के सामने आए। यही वजह है कि अब देश-विदेश से लोग इन स्थानों की यात्राओं पर आ रहे हैं, जिससे स्थानीय आर्थिकी भी सुदृढ़ हो रही है। मानसखंड की झांकी को न केवल गणतंत्र दिवस परेड में शामिल किया गया बल्कि यह सभी झांकियों में प्रथम भी आई। इधर, जबकि चारधाम यात्रा गतिमान है तो इससे पहले ही मुख्यमंत्री धामी ने मानसखंड को लेकर भी अपनी प्लानिंग कर ली थी कि किस प्रकार इसी पर्यटक सीजन से लोग यहां यात्रा पर पहुँचे। उनके विशेष प्रयासों से रेल मंत्रालय ने पुणे से उत्तराखंड के टनकपुर तक ट्रेन सेवा को मंजूरी प्रदान की और अब बड़ी संख्या में यात्री मानसखंड के अंतर्गत आने वाले स्थलों के भ्रमण को आ रहे हैं। शुक्रवार को पुणे से 300 से अधिक यात्रियों को लेकर ट्रेन टनकपुर पहुँची है जहां से उन्हें मानसखंड के प्रमुख स्थलों का भ्रमण कराया जाएगा।
मानसखंड एक्सप्रेस भारत गौरव पर्यटक ट्रेन की दूसरी यात्रा पुणे से पहुँची उत्तराखंड
मानसखंड एक्सप्रेस ट्रेन की उत्तराखंड के लिए दूसरी यात्रा 22-05-2024 को शाम 05.00 बजे पुणे से हुयी शुरू, जिसमें 302 पर्यटक यात्रा कर रहे हैं। पुणे से शुरू होकर लोनावला, कल्याण, वसाई, वापी, सूरत, वड़ोदा, रतलाम, उज्जैन आदि होते हुए यह ट्रेन शुक्रवार को उत्तराखण्ड के टनकपुर रेलवे स्टेशन पर पहुँची। उत्तराखण्ड में कुमाँऊ क्षेत्र के प्रमुख तथा अल्पज्ञात पर्यटक स्थलों के भ्रमण हेतु सभी पर्यटकों के लिए होटल, बस, टैक्सी आदि की व्यवस्था पैकेज के रूप में आई०आर०सी०टी०सी० द्वारा की गयी है। 10 रातें/11 दिनों की इस यात्रा में सभी पर्यटकों को प्रशिक्षित गाइड्स के माध्यम से कुमाँऊ क्षेत्र के विभिन्न पर्यटक स्थलों यथा पूर्णागिरी मन्दिर, हाटकालिका मन्दिर, कसार देवी. कटारमल, कैंचीधाम, चित्तई गोलू मन्दिर, जागेश्वर धाम, शारदा घाट, पाताल भुवनेश्वर मन्दिर, नानकमत्ता गुरूद्वारा, भीमताल, नैनीताल, अल्मोड़ा, चौकोरी, चम्पावत के टी गार्डन, बालेश्वर मन्दिर, मायावती आश्रम आदि का भ्रमण कराया जायेगा। साथ ही ट्रेन में यात्रा करने वाले सभी यात्रियों को पहाड़ी व्यंजन भी परोसे जायेगें।
ये है मानसखंड कॉरिडोर
मानसखण्ड कॉरिडोर में प्रमुख रूप से कैंची धाम, बाराही धाम देवीधूरा, रीठा साहिब, चंपावत गोल्ज्यू मंदिर, पूर्णागिरी धाम, पिथौरागढ़ स्थित मोस्टमानू देवता मंदिर, हाट कालिका मंदिर, पाताल भुवनेश्वर मंदिर, बेणीनाग मंदिर, बागेश्वर में बागनाथ, बैजनाथ, कोट भ्रामरी मंदिर, अल्मोड़ा में जागेश्वर मंदिर समूह, कटारमल सूर्य मंदिर, नंदा देवी मंदिर, कसार देवी मंदिर, बिनसर महादेव मंदिर, हैराखान मंदिर जैसे ऐतिहासिक और पौराणिक मंदिर शामिल हैं।
यह है प्रस्तावित
मानसखण्ड कॉरिडोर एक मेगा प्रोजेक्ट के रूप में विकसित करने के सीएम धामी के प्रयासों से केन्द्र सरकार की विभिन्न स्क्रीमों को शामिल किया जा रहा रहा है जिसमें पर्वतमाला प्रोजेक्ट भी शामिल है इससे यहां रोपवे को बढ़ावा मिलेगा। बतातें चले कि उत्तराखण्ड में पर्वतमाला प्रोजेक्ट के तहत 39 रोप वे प्रस्तावित है, जिसमें से लगभग 16 रोपवे मानसखण्ड कॉरिडोर में आ रहें है। इन सभी प्रस्तावों पर केंद्र सरकार की एजेंसी ने फिजीबिलिटी टेस्ट भी शुरू कर दिया है।
मानसखंड मंदिर माला मिशन को हमारी सरकार पूरी प्राथमिकता पर ले रही है। हमारा प्रयास है कि केदारखंड की भांति ही लोग मानसखंड के बारे में भी जाने। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी भी गत दिनों आदि कैलाश की यात्रा पर आए थे। अब पुणे से टनकपुर के लिए ट्रेन यात्रा भी संचालित हो रही है।